Jamabandi Jan Aadhar Link: जन आधार कार्ड को जमीन से लिंक कैसे करें?

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राजस्थान सरकार ने किसानों की सुविधा और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए जन आधार कार्ड को जमीन के रिकॉर्ड से लिंक करना अनिवार्य कर दिया है। इस नई प्रक्रिया के जरिए किसानों की भूमि से संबंधित सभी जानकारी को एकीकृत किया जाएगा, जिससे भूमि रिकॉर्ड अधिक सटीक और ऑनलाइन उपलब्ध होंगे। साथ ही, किसानों को रबी फसल की गिरदावरी और अन्य भूमि संबंधी कार्यों के लिए अब पटवारियों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं होगी।


जन आधार और भूमि रिकॉर्ड को लिंक करने का उद्देश्य

राजस्थान के राजस्व विभाग ने इस पहल को शुरू किया है, ताकि:

  1. भूमि रिकॉर्ड को पारदर्शी और डिजिटल बनाया जा सके।
  2. किसानों के यूनिक लैंड आईडी तैयार हो सके।
  3. भूमि विवादों और धोखाधड़ी को रोका जा सके।
  4. किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ सही तरीके से मिल सके।

जन आधार से जमीन को लिंक करने की प्रक्रिया

किसानों को अपनी जमीन के रिकॉर्ड को जन आधार कार्ड से जोड़ने के लिए निम्नलिखित कदम उठाने होंगे:

1. हल्का पटवारी के पास आवेदन करें

  • अपने क्षेत्र के हल्का पटवारी के पास जाकर निम्न दस्तावेज जमा करें:
    • जन आधार कार्ड
    • भूमि का रिकॉर्ड (जमाबंदी नकल)
    • पहचान प्रमाण (आधार कार्ड)
    • मोबाइल नंबर

2. ऑनलाइन प्रक्रिया का उपयोग करें

राजस्थान सरकार ने ऑनलाइन प्रक्रिया भी शुरू की है:

  • राज किसान पोर्टल (rajkisan.rajasthan.gov.in) पर लॉगिन करें।
  • अपने जन आधार और भूमि रिकॉर्ड की जानकारी दर्ज करें।
  • दस्तावेज अपलोड करें और ओटीपी के जरिए वेरिफिकेशन पूरा करें।

3. मोबाइल ऐप का उपयोग करें

किसान ‘राज किसान गिरदावरी’ ऐप डाउनलोड करके अपने जन आधार को लिंक कर सकते हैं।

  • ऐप में जन आधार नंबर और मोबाइल नंबर दर्ज करें।
  • ओटीपी वेरिफिकेशन के बाद अपने भूमि का विवरण जोड़ें।
  • फसल का विवरण दर्ज करें और अपनी फसल की तस्वीरें अपलोड करें।

रबी फसल की गिरदावरी और जन आधार लिंकिंग का महत्व

राजस्थान में रबी फसल की ई-गिरदावरी प्रक्रिया 1 जनवरी 2025 से शुरू हो रही है। किसानों को 31 दिसंबर 2024 तक अपने जन आधार कार्ड को जमीन से लिंक करना अनिवार्य होगा।

  • कलेक्टर के आदेश के अनुसार, किसानों को रबी फसल की जानकारी ई-गिरदावरी के जरिए दर्ज करनी होगी।
  • जन आधार से लिंकिंग के बाद किसान खुद फसल की गिरदावरी कर सकते हैं।

ई-गिरदावरी के फायदे:

  • किसानों को पटवारी के पास जाने की जरूरत नहीं होगी।
  • फसल के विवरण को डिजिटल तरीके से दर्ज किया जा सकेगा।
  • सरकारी योजनाओं के लिए तुरंत सही जानकारी उपलब्ध होगी।

ई-गिरदावरी के लिए ऐप कैसे उपयोग करें?

  1. राज किसान ऐप डाउनलोड करें।
  2. जन आधार से लॉगिन करें।
  3. फसल विवरण जोड़ें और ओटीपी वेरिफिकेशन पूरा करें।
  4. अपनी फसल की तस्वीरें अपलोड करें।

यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद, किसान अपनी फसल की जानकारी सरकारी रिकॉर्ड में डिजिटल तरीके से दर्ज कर पाएंगे।


जन आधार से लिंकिंग के लाभ

  1. यूनिक लैंड आईडी:
    भूमि से संबंधित सभी विवरण एक जगह उपलब्ध होंगे।
  2. धोखाधड़ी से बचाव:
    भूमि विवादों को रोकने में मदद मिलेगी।
  3. सरकारी योजनाओं का लाभ:
    किसान आसानी से फसल बीमा योजना, पीएम-किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं का लाभ ले सकेंगे।
  4. समय और लागत की बचत:
    अब किसानों को पटवारी के पास बार-बार जाने की जरूरत नहीं होगी।

निष्कर्ष:

राजस्थान सरकार की जन आधार से जमीन लिंकिंग योजना किसानों के लिए एक बड़ी पहल है। यह न केवल भूमि रिकॉर्ड को पारदर्शी बनाएगी, बल्कि किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में भी सहायक होगी।
किसान 31 दिसंबर 2024 तक जन आधार कार्ड से अपनी जमीन को लिंक कर लें, ताकि रबी फसल की गिरदावरी और अन्य प्रक्रियाएं बिना किसी रुकावट के पूरी हो सकें।