राजस्थान सरकार ने लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत बेटियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए 30 हजार बालिकाओं के लिए 7.5 करोड़ रुपए जारी किए हैं। इस योजना के अंतर्गत बेटी के जन्म पर माता के खाते में 2500 रुपए की पहली किस्त दी जा रही है। हालांकि, पूरी राशि 1.5 लाख रुपए प्राप्त करने के लिए बेटियों को 21 वर्ष की आयु या स्नातक की डिग्री पूरी करने तक इंतजार करना होगा। 1 अप्रैल से इस योजना में बड़ा बदलाव होने जा रहा है, जिसके तहत 50 हजार रुपए की अतिरिक्त राशि आखिरी किस्त के रूप में दी जाएगी।
लाडो प्रोत्साहन योजना – संक्षिप्त जानकारी
योजना का नाम | लाडो प्रोत्साहन योजना |
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शुरुआत वर्ष | 2024 |
लाभार्थी | राजस्थान की बेटियां |
प्रथम किस्त राशि | 2500 रुपए (बेटी के जन्म पर) |
कुल सहायता राशि | 1.5 लाख रुपए |
अंतिम किस्त | 21 वर्ष की आयु या स्नातक परीक्षा पास करने के बाद |
नई घोषणा | 1 अप्रैल 2025 से 50 हजार रुपए की वृद्धि |
कार्यकारी विभाग | महिला अधिकारिता विभाग, राजस्थान |
लाभ प्रदान करने की प्रक्रिया | डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) |
योजना में 1 अप्रैल से होगा बड़ा बदलाव
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) को लाडो प्रोत्साहन योजना की राशि 1.5 लाख रुपए करने की घोषणा की थी। पहले इस योजना में 1 लाख रुपए का प्रावधान था, जिसे अब बढ़ाकर 1.5 लाख रुपए कर दिया गया है।
- पहली किस्त – बेटी के जन्म पर 2500 रुपए माता के खाते में ट्रांसफर होंगे।
- बाकी राशि – किश्तों में दी जाएगी और अंतिम किस्त 21 साल की उम्र या स्नातक करने के बाद मिलेगी।
- बढ़ी हुई राशि – 1 अप्रैल 2025 से अतिरिक्त 50 हजार रुपए की राशि अंतिम किस्त में दी जाएगी।
CM भजनलाल ने बाड़मेर से की योजना की शुरुआत
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राजस्थान दिवस समारोह (25-31 मार्च) के तहत बाड़मेर से इस योजना की शुरुआत की। इस दौरान किसानों, महिलाओं, युवाओं और गरीबों को कई लाभकारी योजनाओं के तहत सहायता प्रदान की गई। महिला सम्मेलन में बेटियों और महिलाओं के बैंक खातों में सीधी आर्थिक सहायता (DBT) ट्रांसफर की गई।
निष्कर्ष
राजस्थान सरकार की लाडो प्रोत्साहन योजना बालिकाओं को आर्थिक सुरक्षा देने और उनकी शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। 1 अप्रैल 2025 से इस योजना में बड़ा बदलाव होने जा रहा है, जिससे बेटियों को कुल 1.5 लाख रुपए की वित्तीय सहायता मिलेगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों की शिक्षा और भविष्य को सुरक्षित बनाना है।